केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय (राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान) ने कर्नाटक राज्य के श्रृंगेरी में श्री राजीव गांधी परिसर की स्थापना की। इस पवित्र स्थान पर परिसर की स्थापना का निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अत्यंत उपयुक्त रूप से लिया गया। इस परिसर का उद्घाटन भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम श्री आर. वेंकटरमन द्वारा 13 जनवरी 1992 के शुभ दिन, दक्षिणाम्नाय श्रींगेरी श्री शारदापीठ के जगद्गुरु श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी के दिव्य आशीर्वाद से किया गया।
शास्त्रीय ज्ञान के संवर्धन के उद्देश्य से, शैक्षणिक सत्र 2025–26 से श्री राजीव गांधी परिसर में श्री भारती तीर्थ शास्त्र समुत्कर्ष केंद्र की स्थापना की गई है। इस केंद्र के माध्यम से प्राक्-शास्त्री एवं शास्त्री स्तर से गुरुकुल पद्धति के शिक्षण–अधिगम प्रणाली को लागू किया गया है।
वर्तमान में यह परिसर प्राक्-शास्त्री, शास्त्री, आचार्य, शिक्षा-शास्त्री तथा विद्यावारिधि पाठ्यक्रम संचालित करता है, जो क्रमशः इंटरमीडिएट, बी.ए., एम.ए., बी.एड. तथा पीएच.डी. के समकक्ष हैं और विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा तथा विश्वविद्यालय अनु्दान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। इन पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु इतिहास, अंग्रेज़ी, कन्नड़, हिंदी, कंप्यूटर शिक्षा, योग तथा पर्यावरण शिक्षा जैसे आधुनिक विषय भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
परिसर में सुव्यवस्थित प्रशासनिक-सह-शैक्षणिक भवन, सभागार, सम्मेलन कक्ष, बालक छात्रावास, बालिका छात्रावास, अतिथि गृह तथा खेल मैदान की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त एक नवीन एवं उन्नत शैक्षणिक भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
यह विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालय संघ (Association of Indian Universities) का सदस्य है।